रवि शंकर ko Sri Sri Ravi Shankar के रूप में जाने जाते हैं। एक आध्यात्मिक नेता एवं मानवतावादी धर्मगुरु हैं। इनका जन्म 13 May 1956 को हुआ था।
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Sri Sri Ravi Shankar quotes in hindi | श्री श्री रविशंकर के अनमोल विचार
1. चिंता करने से आपके जीवन में कोई बदलाव नही होंगा लेकिन काम करने से जरुर आप अपने आप को मजबूत बना सकते हो।
2. जीवन प्रकृति के बनाये नियमो पर चलता है।
3. भरोसा रखना कि वहाँ आपकी कमजोरी को दूर करने के लिए कोई बैठा है। ठीक है, आप एक बार सोते हो, दो बार, तीन बार। ये कोई मायने नही रखता, मायने तो सिर्फ आपका आगे बढ़ना रखता है। इसीलिए कमजोरियों की चिंता किये बिना ही सतत आगे बढ़ते रहे।
4. Sri Sri Ravi Shankar quotes, प्रेम कोई भावना नहीं है। यह आपका अस्तित्व है।
5. तुम्हारे अन्दर कोई भावना आई , अप्रिय भावना , और तुमने कहा , नहीं आनी चाहिए , ये फिर से नहीं आनी चाहिए। ऐसा करके तुम उसका विरोध कर रहे हो। जब तुम विरोध करते हो , वो कायम रहती है। बस देखो , ओह ! उसकी गहराई में जाओ। नाचो ; अपने पैरों पर खड़े हो और नाचो। मस्ती में रहो ; मस्ती में चलो।
6. तो क्या अगर कोई तुम्हे पहचानता है। ओह, तुम एक शानदार व्यक्ति हो। तो क्या ? उस व्यक्ति के दिमाग में वो विचार आया और गया। वह भी ख़त्म हो गया। वो विचार चला गया। हो सकता है कि कुछ दिन , कुछ महीने वो तुम्हारे प्रति आकर्षित रहे , तो क्या ? वो भी चला जाता है, ये भी चला जाता है।
7. चाहत , या इच्छा तब पैदा होती है जब आप खुश नहीं होते। क्या आपने देखा है ? जब आप बहुत खुश होते हैं तब संतोष होता है। संतोष का अर्थ है कोई इच्छा ना होना।
8. तुम दिव्य हो। तुम मेरा हिस्सा हो। मैं तुम्हारा हिस्सा हूँ।
9. यदि तुम लोगों का भला करते हो, तुम अपनी प्रकृति की वजह से करते हो।
10. श्रद्धा यह समझने में है कि आप हमेशा वो पा जाते हैं जिसकी आपकी ज़रुरत होती है।
श्री श्री रविशंकर के Anmol विचार
11. मानव विकास के दो चरण हैं – कुछ होने से कुछ ना होना और कुछ ना होने से सबकुछ होना। यह ज्ञान दुनिया भर में योगदान और देखभाल ला सकता है।
12. “आज” भगवान का दिया हुआ एक उपहार है – इसीलिए इसे “प्रेजेंट” कहते हैं।
13. स्वर्ग से कितना दूर ? बस अपनी आँखें खोलो और देखो। तुम स्वर्ग में हो।
14. दूसरों को आकर्षित करने में काफी उर्जा बर्वाद होती है। और दूसरों को आकर्षित करने की चाहत में – मैं बताता हूँ , विपरीत होता है।
15. Sri Sri Ravi Shankar, जीवन ऐसा कुछ नहीं है जिसके प्रति बहुत गंभीर रहा जाए। जीवन तुम्हारे हाथों में खेलने के लिए एक गेंद है। गेंद को पकड़े मत रहो।
16. बुद्धिमान वो है जो औरों की गलती से सीखता है। थोडा कम बुद्धिमान वो है जो सिर्फ अपनी गलती से सीखता है। मूर्ख एक ही गलती बार बार दोहराते रहते हैं और उनसे कभी सीख नहीं लेते।
17. हमेशा आराम की चाहत में , तुम आलसी हो जाते हो। हमेशा पूर्णता की चाहत में तुम क्रोधित हो जाते हो। हमेशा अमीर बनने की चाहत में तुम लालची हो जाते हो।
18. ज्ञान बोझ है यदि वह आपके भोलेपन को छीनता है। ज्ञान बोझ है यदि वह आपके जीवन में एकीकृत नहीं है। ज्ञान बोझ है यदि वह प्रसन्नता नही लाता। ज्ञान बोझ है यदि वह आपको यह विचार देता है की आप बुद्धिमान है। ज्ञान बोझ है यदि वह आपको स्वतंत्र नही करता। ज्ञान बोझ है यदि वह आपको ये प्रतीत कराता है की आप विशेष है।
19. मैं आपसे बताता हूँ, आपके भीतर एक परमानंद का फव्वारा है, प्रसन्नता का झरना है। आपके मूल के भीतर सत्य, प्रकाश, प्रेम है, वहाँ कोई अपराध बोध नहीं है, वहाँ कोई डर नहीं है। मनोवैज्ञानिकों ने कभी इतनी गहराई में नहीं देखा।
20. एक निर्धन व्यक्ति नया साल वर्ष में एक बार मनाता है। एक धनी व्यक्ति हर दिन। लेकिन जो सबसे समृद्ध होता है वह हर क्षण मनाता है।
Sri Sri Ravi Shankar thoughts in hindi
21. Sri Sri Ravi Shankar, प्यार में कभी गिरना नही चाहिये, प्यार में हमेशा आगे बढ़ना चाहिये।
22. जब तुम जीवन को ही पूजा मानते हो तो, प्रकृति तुम्हारी सभी इच्छाएँ पूरी करती है।
23. अपने कार्य के पीछे की मंशा को देखो। अक्सर तुम उस चीज के लिए नहीं जाते जो तुम्हे सच में चाहिए।
24. इच्छा हमेशा मैं पर लटकती रहती है। जब स्वयं मैं लुप्त हो रहा हो , इच्छा भी समाप्त हो जाती है , ओझल हो जाती है।
25. अपने हुनर को पहचानें और सम्मान दें।
26. दूसरों की सुने, लेकिन उसमे न उलझे। यदि आपका मन उनकी समस्याओं में फंस जाएंगे तो न केवल वे दुखी होंगे , बल्कि आप भी दुखी हो जाएंगे।
27. खुशी कल में नहीं है, यह हमेशा अब है।
28. नए विचारों के लिए दिमाग को खोले , न की सफलता के बारे में चिंतित हो, 100 प्रतिशत प्रयास करना और ध्यान लगाना उद्यमियों के लिए सूत्र है।
29. भरोसा तुम्हें यह अहसास दिलाता है कि तुमने हमेशा वह पाया जिसे तुमने चाहा।
30. जो कुछ बीत गया उस पर गुस्सा करके कोई फायदा नहीं है। अगर कुछ कर सकते हो तो पहले वाली गलती दोबारा मत होने दो।
Sri Sri Ravi Shankar status in hindi
31. Sri Sri Ravi Shankar, न तो आप बहुत ज्यादा लापरवाह रहें और न ही बेचैन हों। आपको बीच का रास्ता अपनाना चाहिए।
32. असंभव स्वप्न देखें। ये जान लें कि आपका जन्म इस विश्व में आश्चर्यजनक और अद्वितीय करने के लिए हुआ है। इस अवसर को जाने न दें। स्वयं को बड़ा सोचने और स्वप्न देखने की स्वतन्त्रता दें।
33. आप जिंदगी में जितना अधिक कार्य करेंगे उतनी ही अधिक श्रेष्ठता आपको प्राप्त होगी। जैसे आपकी श्रेष्ठता बढ़ती जाएगी आप उतने ही शांत और स्थिर होते जायेंगे।
34. यदि कोई आपको सबसे ज्यादा खुशी दे सकता है तो वह आपको दुःख भी दे सकता है।
35. लगन जो अपमान झेल ले वह एकाग्रचित होकर अपना लक्ष्य प्राप्त कर लेती है।
36. लोग शर्म के मारे जो कोई फोटो खिंचता है तो लोग अक्सर पीछे हो जाते है लेकिन हमे खुद फोटो खीचने के लिए हमेसा आगे आना चाहिए। और फोटो खीचने के लिए एकदम छोटे बच्चो की तरह बन जाना चाहिए और एकदम अलग – अलग तरह के पोज देना चाहिए जो की हँसने के लिए काफी हो, जब हम इन फोटो को कभी अकेले में देखेगे तो खुद पर हँसी जरुर आएगी और जो खुशी मिलेगी। शायद वो खुशी से बड़कर हो।
37. Sri Sri Ravi Shankar, आत्मा शोक एक मृत्यु से मुक्त है किन्तु सब सापेक्ष घटनाये इसी की गोद में घटती है।
38. अपने वैराग्य को गुप्त रखो और अपने प्रेम को प्रकट करो। वैराग्य प्रकट करने से जीवन में उत्साह तिरोहित हो जाता है और प्रेम प्रकट ना हो तो घुटन होने लगती है।
39. हर एक चीज के पीछे तुम्हारा अहंकार है, मैं , मैं , मैं , मैं। लेकिन सेवा में कोई मैं नहीं है , क्योंकि यह किसी और के लिए करनी होती है।
40. स्वयं अध्यन कर के , देख कर , खोखले और खली होकर , तुम एक माध्यम बन जाते हो। तुम परमात्मा का अंश बन जाते हो। तुम देवत्त्व की उपस्थिति को महसूस कर सकते हो। सभी स्वर्गदूत और देवता , हमारी चेतना के ये विभिन्न रूप खिलने लगते हैं।